राजस्थान के जिले एवं संभाग Rajasthan ke jile evm sambhag District and sambhag in rajasthan full gk trick.. स्वतंत्रता के समय राजस्थान में कुल 19 रियासत, 3 ठिकाने, व 1 केंद्र शाशित प्रदेश था. इन राजस्थान के एकीकरण में कुल 7 चरण लगे एवम कुल समय 8 वर्ष 7 माह व 14 दिन लगे तथा 1 नवम्बर 1956 को पूरा हुआ. Rajasthan me sambhagiye vyvastha kab shuru hui aur kisne ise band kiya? राजस्थान संभागीय व्यवस्था कब शुरू हुई और कब बैंड हुई ? इन सब सवालों के जवाब देंगे इस पोस्ट में.
1 नवम्बर 1956 को राजस्थान में कुल 26 जिले थे, 26 वां जिला अजमेर था.
राजस्थान के जिलों का गठन (Formation of Rajasthan District)
राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे।
- 26 वां जिला-अजमेर-1 नवंम्बर, 1956
- 27 वां जिला-धौलपुर-15 अप्रैल, 1982, यह भरतपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 28 वां जिला- बांरा-10 अप्रैल, 1991, यह कोटा से अलग होकर नया जिला बना।
- 29 वां जिला-दौसा-10 अप्रैल,1991, यह जयपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 30 वां जिला- राजसंमद-10 अप्रैल, 1991, यह उदयपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 31 वां जिला-हनुमानगढ़-12 जुलाई, 1994, यह श्री गंगानगर से अलग होकर नया जिला बना।
- 32 वां जिला -करौली 19 जुलाई, 1997, यह सवाई माधोपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 33 वां जिला-प्रतापगढ़-26 जनवरी,2008, यह तीन जिलों से अलग होकर नया जिला बना।
- चित्तौडगढ़- छोटी सादडी, आरनोद,प्रतापगढ़ तहसील उदयपुर-धारियाबाद तहसील
- बांसवाडा- पीपलखुट तहसील प्रतापगढ जिला परमेशचन्द कमेटी की सिफारिश पर बनाया गया।
Note: प्रतापगढ जिले ने अपना कार्य 1 अप्रैल, 2008 से शुरू किया।प्रतापगढ़ को प्राचीन काल में कांठल 9व देवला/देवलीया के नाम से जाना जाता था।
राजस्थान के संभाग (Sabhag of Rajasthan)
देश को बेहतर ढंग से चलाने के लिए और व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिए देश को राज्यों में बांटा जाता है। फिर राज्यों को जिलों
में बांटा जाता है। राजस्थान में राज्य और जिलों के बिच संभाग है। कई जिलों को जोड़ कर संभाग बनाया जाता है। राजस्थान में वर्तमान में 7 संभाग हैं।
- जयपुर संभाग (5)– जयपुर, दौसा, सीकर, अलवर, झुंझुनू
- जोधपुर संभाग(6) – जोधपुर, जालौर, पाली, बाड़मेर, सिरोही, जैसलमेर
- भरतपुर संभाग (4)– भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर
- अजमेर संभाग (4) – अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, नागौर
- कोटा संभाग(4) – कोटा, बुंदी, बांरा, झालावाड़
- बीकानेर संभाग (4) – बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू
- उदयपुर संभाग (6) – उदयपुर, राजसंमद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा,चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ
राजस्थान में संभागीय व्यवस्था कब शुरू हुई (When did the Sambhag system start in Rajasthan)
- राजस्थान में संभागीय व्यवस्था की शुरूआत 1949 में हीरालाल शास्त्री सरकार द्वारा की गई।
- अप्रैल, 1962 में मोहनलाल सुखाडि़या सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया।
- 15 जनवरी, 1987 में हरि देव जोशी सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था की शुरूआत दुबारा की गई।
- 1987 में राजस्थान का छठा संभाग अजमेर को बनाया गया।यह जयपुर संभाग से अलग होकर नया संभाग बना।
- 4 जुन, 2005 को राजस्थान का 7 वां संभाग भरतपुर को बनाया गया।
राजस्थान के संभाग और उनकी विशेषताएँ (Characteristics of Rajasthan Sambhag’s )
- जयपुर-
- जिले – जयपुर, दौसा, सीकर, अलवर, झुंझुनूं (5 जिले)
- Trick : जयदोसी अंझू की
- क्षेत्रफल – 36,615 वर्ग किमी.
- सर्वाधिक जनसंख्या
- सर्वाधिक घनत्व
- सर्वाधिक अनुसूचति जाति प्रतिशत जनसंख्या
- सर्वाधिक साक्षरता – 72.99
- जोधपुर–
- जिले – जोधपुर , बाड़मेर, पाली, जालौर, सिरोही, जैसलमेर(6 जिले)
- Trick : जद बाप जासी जैसलमेर
- क्षेत्रफल – 1,17,800 वर्ग किमी.
- सर्वाधिक क्षेत्रफल
- सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर
- सबसे कम साक्षरता – 59.57
- सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्री य सीमा
- अन्तर्राष्ट्रीय/अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा
- अन्तर्राष्ट्रीय/अन्तर्राज्जीय सीमा से दुर सम्भागीय मुख्यालय
- बीकानेर–
- जिले – बीकानेर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़(4 जिले)
- Trick : बीकाजी चंगा है
- क्षेत्रफल – 64,708 वर्ग किमी.
- सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या
- न्युनतम अन्तर्राष्ट्री य सीमा
- अन्तर्राष्ट्री य सीमा के नजदीक संम्भागीय मुख्यालय
- अन्तर्राष्ट्री य सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग
- सबसे कम नदियों वाला संभाग (बीकानेर व चुरू जिले में कोई नदी नहीं बहती है)
- अजमेर–
जिले – अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टोंकटों (4 जिले – Trick : अभी नाटो)
क्षेत्रफल – 43,848 वर्ग किमी.
- राजस्थान का मध्यवर्ती संभाग
- न्युनतम अन्तर्राज्जीय सीमा
- सभी 6 संभागों की सीमा से लगने वाला संभाग
5. उदयपुर–
जिले – उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़(6 जिले – Trick : उचित राजा का डुबा प्रताप)
क्षेत्रफल – 36, 942 वर्ग किमी.
- सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति
- सर्वाधिक लिंगानुपात
- सर्वाधिक अन्तर्राज्जीय सीमा
- दो बार अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाला संभाग
6. कोटा–
जिले – कोटा, झालावाड़, बारां, बूंदी(4 जिले – Trick : कोझा बाबू)
क्षेत्रफल – 24,204 वर्ग किमी.
- न्यूनतम जनसंख्या
- सर्वाधिक नदियों वाला संभाग (नदियों वाला जिला- चित्तौड़गढ़)
7. भरतपुर–
जिले – भरतपुर, सवाई माधोपुर, करौली, धाौलपुर(4 जिले – Trick : भर मां की धोक)
क्षेत्रफल – 18,122 वर्ग किमी.
4 जुन, 2005 को राजस्थान का 7 वां संभाग भरतपुर को बनाया गया। भरतपुर संभाग दो संभागों से अलग होकर बना जो निम्न है-
जयपुर संभाग से भरतपुर व धौलपुर लिये गये तथा कोटा संभाग से सवाई माधोपुर व करौली लिये गये।
- अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा
- अन्तर्राज्जीय सीमा के नजदीक संभागीय मुख्यालय
अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाले संभाग-
- अन्तर्राष्ट्री य सीमा बनाने वाले संभाग- बीकानेर व जोधपुर
- सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाला संभाग- जोधपुर
- न्युनतम अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाला संभाग-बीकानेर
- अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक संम्भागीय मुख्यालय-बीकानेर
- अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से दुर सम्भागीय मुख्यालय -जोधपुर
- अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा संभाग- जोधपुर
- अन्तर्राष्ट्री य सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग- बीकानेर
अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाले संभाग
- अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाले संभाग-7
- सर्वाधिक अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाला सम्भाग- उदयपुर
- न्युनतम अन्तर्राज्जीय सीमा सीमा बनाने वाला संभाग- अजमेर
- अन्तर्राज्जीय सीमा के नजदीक संभागीय मुख्यालय- भरतपुर
- अन्तर्राज्जीय सीमा से दुर संभागीय मुख्यालय- जोधपुर
- अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा संभाग -जोधपुर
- अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग- भरतपुर
- दो बार अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाला संभाग- उदयपुर(चित्तौड़गढ़ के दो भाग)
राजस्थान के संभाग से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य
- राजस्थान का मध्यवर्ती संभाग- अजमेर
- सभी 6 संभागों की सीमा से लगने वाला संभाग-अजमेर
- सर्वाधिक नदियों वाला संभाग-कोटा(नदियों वाला जिला- चित्तौड़गढ़)
- सबसे कम नदियों संभाग- बीकानेर(बीकानेर व चुरू जिले में कोई नदी नहीं बहती है)
- वर्तमान में राजस्थान में 6 जिलों वाले 2संभाग(जोधपुर व उदयपुर) है
- तथा 5 जिलों वाला संभाग एक जयपुर है।तथा
- 4 जिलों वाले संभाग(बीकानेर, कोटा, भरतपुर, अजमेर)4है।
- 4 जुन, 2005 से पुर्व 7 जिलों वाला संभाग- जयपुर, 6 जिलों वाला संभाग- जोधपुर व कोटा, 5 जिलों वाला संभाग उदयपुर, 4 जिलों वाला संभाग 2 (बीकानेर व अजमेर) थे।
नोट: – इस पोस्ट को पढने के लिए आपका धन्यवाद कृपया हमें बताये यदि कोई तथ्य इसमें छुटा हो तो या गलती से रह गया हो.
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