Bhaye Pragat Kripala Pdf: भए प्रगट कृपाला दीन दयाला हिंदी में, श्री राम जन्म स्तुति pdf, भये प्रगट कृपाला लिरिक्स अर्थ सहित, bhaye pragat kripala din dayala, shri ramchandra kripalu lyrics, Ram chandra kripalu, Ram stuti, Bhay Krapat Kripala Lyrics.
Summary of Bhaye Pragat Kripala pdf
“भये प्रगत कृपाला” एक हिंदी भजन है जो भगवान राम को समर्पित है। यह भजन भगवान राम की कृपा और आशीर्वाद की इच्छा को व्यक्त करता है।
गीत भगवान राम के स्वरूप का वर्णन करता है, जिसमें उनकी दया, दयालुता और दिव्य उपस्थिति को उभारा जाता है। भक्त भगवान राम की स्तुति करता है जैसे कि प्रेम और धर्म का प्रतिमान, जो भक्तों को भगवान की आराधना के साथ आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
“भये प्रगत कृपाला” के गीत भक्त का व्यक्तिगत विकल्प है, जिसमें उन्होंने खुद को सीमितता और अपूर्णता के रूप में स्वीकार किया है, और भगवान के सामर्थ्य का आभारी है। उन्हे भगवान की आलोकिक नज़र के सामने बसने की इच्छा है।
भजन के दौरान, भक्त भगवान राम के इच्छित चरणों में आत्मसमर्पण और शरणागति की भावना से भरा हुआ है, और अपने जीवन की यात्रा में मार्गदर्शन और सुरक्षा की प्रार्थना करता है। भजन इस विचार को उजागर करता है कि दिव्य इच्छा के साथ सरेंडर करके भगवान की कृपा प्राप्त करना मन की शांति, ज्ञान और परम मुक्ति (मोक्ष) की प्राप्ति का मार्ग है।
भए प्रगट कृपाला दीन दयाला हिंदी में
|| भये प्रकट कृपाला ||
भये प्रकट कृपाला दीन दयाला,
कौशिल्या हितकारी ।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप निहारी ॥
लोचन अभिरामा, तनु घनश्यामा,
निज आयुध भुजचारी ।
भूषण बन माला, नयन विशाला,
शोभा सिंधु खरारी ॥
कह दुइ कर जोरी, स्तुति तोरी,
केहि विधि करूं अनंता ।
माया गुण ग्यानातीत अमाना,
वेद पुराण भनंता ॥
करुणा सुख सागर, सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता ।
सो मम हित लागी, जन अनुरागी,
प्रकट भये श्रीकंता ॥
ब्रह्मांड निकाया, निर्मित माया,
रोम रोम प्रति वेद कहे ।
मम उर सो वासी, यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहे ॥
उपजा जब ज्ञाना, प्रभु मुसुकाना,
चरित बहुत बिधि कीन्ह चहे ।
कहि कथा सुनाई, मातु बुझाई,
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहे ॥
माता पुनि बोली, सो मति डोली,
तजहुँ तात यह रूपा ।
कीजे शिशुलीला, अति प्रियशीला,
यह सुख परम अनूपा ॥
सुनि वचन सुजाना, रोदन ठाना,
होइ बालक सुरभूपा ।
यह चरित जे गावहिं, हरिपद पावहिं,
ते न परहिं भवकूपा ॥
|| दोहा ||
बिप्र धेनु सुर संत हित,
लीन्ह मनुज अवतार ।
निज इच्छा निर्मित तनु,
माया गुन गो पार ॥
Bhaye Pragat Kripala Pdf Lyrics in English
Bhaye Pragat Kripala Deen Dayala,
Kaushalya Hitakari |
Harshit Mahtaree, Muni Man Haree,
Adbhut Roop Niharee |
Lochan Abhirama, Tanu Ghanshyama,
Nij Aayudh Bhuj Charee |
Bhooshan Vanmala Nayan Vishala
Shobha Sindhu Kharari |
Kah Duee Kar Joree, Estuti Tori,
Kehi Vidhi Karun Ananta |
Maaya Gun Gyaana Teet Amana
Ved Puran Bhananta |
Karuna Sukh Sagar, Sub Gun Aagar,
Jehi Gaavahin Shruti Santa |
So Mam Hit Lagee, Jan Anuragi,
Prakat Bhaye Shreekanta |
Brahmand Nikaya Nirmit Maaya
Rom-Rom Prati Ved Kahe |
Mam Ur So Vasee Yah Upahasee
Sunat Dheer Mati Thir Na Rahe |
Upaja Jab Gyaana, Prabhu Muskaana,
Charit Bahut Bidhi Keenh Chahe |
Kahee Katha Sunayi, Maatu Bujhaee,
Jehi Prakar Sut Prem Lahe |
Maata Puni Boli, So Mati Dolee
Tajahu Taat Yah Roopa |
Keejai Shishu Leela, Ati Priyasheela,
Yah Sukh Param Anoopa |
Sunee Vachan Sujaana Rodan Thaana
Hoee Baalak Surbhupa |
Yah Charit Je Gavahee Haripad
Paavahee Te Na Parahin Bhavakoopa |
Bhaye Pragat Kripala Deen Dayala
Kaushalya Hitakari |
Harshit Mahataaree Muni Man
Haaree Adbhut Roop Vichaaree |
|| Doha ||
Bipra Dhenu Sur Saint Hit,
Linh Manuj Avatar.
Thin created by my own will,
Maya Gun Go Par ॥
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